
🔴#इस_पृथ्वी_पर_हर व्यक्ति; हर एक जीव! यहां तक कि सभी ग्रह नक्षत्र, चांद सितारे सहित पूरा ब्रह्मांड सभी अपनी -अपनी विभिन्न विशिष्ट प्रकृति और शक्तियां रखते हुए भी भगवत रूप के समान हैं किन्तु ईश्वर या भगवान नहीं! यहां तक कि जहां भी प्रकृति; शक्ति; रूप; आकार का समन्वयन हो जाये वो ईश्वर नहीं! पूर्ण नहीं! यद्यपि कर्म करने की प्रकृति, आकार और रूप की अपनी पूरी स्वतंत्रता होती हैं किन्तु फल पर पूर्ण नियंत्रण सिर्फ अकर्ता एक समान सर्वव्यापक, सर्वसमर्थ ईश्वर की ही होती हैं! नाम चाहें मनुष्य का हो या देव का या कुछ अन्य! सभी ईश्वरीय रूप हैं जो कभी नहीं मरतें!
🔴#राम_कृष्ण_महादेव, देवी माँ, कबीर, मुहम्मद–साहिब, ईसामसीह, गुरुनानक और अन्य भी तमाम धर्मों के गुरू या संस्थापक ये सभी अपने रूप, शक्ति एवं कर्मों से विशिष्ट हैं उस परम सत्ता के अंश मात्र हैं किन्तु परम सत्ता नहीं! एक तरह से इन्हें ईश्वर का दूत, माध्यम या देव कह सकते हैं जो किसी कारण बस उस परम सत्ता जिसे हिन्दू लोग विभिन्न रूपों में भगवान, ईश्वर, परमात्मा प्रभु, माँ आदि कहते हैं और मुस्लिम लोग अल्लाह आदि कहते हैं वो सभी किसी विशिष्ट कार्य हेतु इस धरा पर जन्म लेते हैं और गुरू या संस्थापक के रूप मे अधर्म के राह बढ़ते या गुमराह हुए समाज को एक नई दिशा एवं दशा दिखाकर अपना कार्य पूर्ण कर शरीर-त्याग उपरान्त पुनः उसी परम सत्ता मे विलीन हो जाते हैं!
⚫#वास्तव_मे_वो_परमसत्ता स्वं मे सर्वसमर्थ किन्तु अकर्ता हैं उसका कोई शानी नहीं! वो आपकी-अपनी प्रकृति या किसी भी रूप को माध्यम बनाकर बल पूर्वक अपने विभिन्न आयोजनों से कर्म के लिए प्रेरित कर एवं विभिन्न घटनाओं को घटित कर ज्ञान देता हैं! ईश्वर विशेष प्रयोजन से अपने अंशभूत प्रकृति को प्रकट करके पृथ्वी पर किसी भी रूप मे जन्म लेता हैं! या किसी को माध्यम या निमित्त बना सकता हैं! हम सब उसी के अंशभूत हैं! मानव जिस किसी प्रयोजन से जिस इच्छापूर्ति के लिए पूजा या आराधना करता हैं उस अभीष्ट की प्राप्ति देर सबेर होती ही हैं! किन्तु वो प्राप्ति कुछ ही समय के लिए होती हैं! इस तरह यदि कहां जाय तो ईश्वरीय सत्ता का कोई भी विशिष्ट रूप सिर्फ एक गुरू की तरह माध्यम मात्र हैं उसे पूर्ण ईश्वर, भगवान, या परमात्मा समझने की भूल नहीं करनी चाहिए! सम्मान सबका करें! किन्तु वही अटके ना रहें! यात्रा को आगे बढ़ाना चाहिए! सिर्फ कथा; कहानी सुनी-सुनाई बातों तक सीमित ना रहकर सत्य का अनुसंधान करें!°°°
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°°°•••✳️॥>!धन्यवाद!<॥✳️•••°°°
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